पता ठिकाना..!

नई दिल्ली में ठंड के दिनों की एक तस्वीर: साल- 2019. 

सारंग उपाध्याय: बंजारे के कई ठिकाने हैं और डायरी में कई शहर दर्ज हैं. काफिला इंदौर से होता हुआ, मुंबई, नागपुर, औरंगाबाद, मुंबई, भोपाल और इस समय दिल्ली में रुका है. आगे का पता नहीं. कामधंधे का मिजाज बदलता रहता है. भटकते हुए ठौर लिक्खाड़ी में ठहरी सो टिके हैं. पेशे से पत्रकार हैं बाकी तबीयत से लेखक. कहीं ना मिलूं तो 33 गांधी चौक, घंटाघर के पास पंडित जी का मकान पूछ लेना बता देगा.